Romantic Chai Lover Quotes
एक तेरा ख़्याल ही तो है मेरे पास,
वरना कौन अकेले में बैठे कर चाय पीता है।
जब सुबह-सुबह तेरे प्यार के नग्में को गुनगुनाता हूँ,
लब मुस्कुराते है जब चाय का कप उठाता हूँ।
उदासी में कुछ पल जन्नत में जियोगे क्या,
चाय बना रही हूँ अदरक वाली, पियोगे क्या।
तेरे लबों पर लगी चाय पीना चाहता हूँ,
दो पल की जिंदगी तेरे साथ जीना चाहा हूँ।
इस भागते हुए वक़्त पर कैसे लगाम लगाई जाएँ,
ऐ वक़्त आ बैठ तुझे एक कप चाय पिलाई जाएँ।
इश्क़ में दर्द का होना लाज़मी है,
क्योंकि बिना चीनी की चाय फ़ीकी लगती है।
कलम कागज़ और एक कप चाय हो,
वक्त गुजारने का बस यही उपाय हो।
ऐसी एक चाय सबको नसीब हो,
हाथ में कप हो और सामने मेहबूब हो।
चाय दो कप उंडेल कर ‘मंसूर,
आज भी उस की राह देखते हैं।
निकली थी मुहब्बत की तलाश में,
ठंड बहुत थी चाय पीकर वापस आ गयी।
कतरा कतरा मेरे हलक को तर करती है,
मेरे रग-रग में चाय सफर करती है।
चाय पीजिये और चाय पिलाइए,
इस तरह लोगों से मोहब्बत निभाइए,
ना परवाह कीजिए किसी भी शख्स की जमाने में,
जब भी सामने चाय पाइए।