Jumma Mubarak Wishes in Hindi

150+ Jumma Mubarak Quotes, Wishes in Hindi | जुम्मा मुबारक शायरी

Jumma Mubarak Wishes in Hindi: दोस्तों आज के इस लेख में हम जुम्मा मुबारक शायरी आपके लिए लेके आए हैं। इस तरह की जुम्मा मुबारक शायरी आपको और कही नहीं मिलेंगे। उम्मीद करते है की आपको हमारा जुम्मा मुबारक शायरी पसंद आएगा।

Jumma Mubarak Quotes In Hindi

Jumma Mubarak Wishes in Hindi

काश उन को भी याद आओ,
मैं जुम्मे की दुवाओ में जो,
अक्सर मुझसे कहते है,
दुवाओ मैं याद रखना।
JUMA MUBARAK.

ख़ुदा की रहमत सभी पर बरसे,
दो वक्त की रोटी के लिए कोई न तरसे।
Jumma Mubarak.

आज कितना खूबसूरत,
यह दिन आया है,
मेरे अपनो के लिए,
रमजान की दुआ लाया है।
Jumma Mubarak.

सदा हंसते रहो जैसे हंसते हैं फूल,
दुनिया के सारे गम तुम्हें जाए भूल,
चारों तरफ फैलाओ खुशियों के गीत,
इसी उम्मीद के साथ यार तुम्हें।
JUMA MUBARAK.

काश उन को भी याद आउ मे जुम्मा की दुआओ मे,
जो अक्सर मुझसे कहते हैं दुआओ मे याद रखना,
सुकून” और “प्यार” ये चीज़ें ज़िन्दगी मैं ख़ूबसूरत बनती है,
अल्लाह पाक आप की ज़िन्दगी मैं किसी एक की भी कमी न करे।
Jumma Mubarak.

नेक नियत से किसी,
काम का आगाज करो,
फिर मदद करने के लिए,
फ़रिश्ते भी चले आएंगे।
Jumma Mubarak.

Alvida Jumma Mubarak Quotes In Hindi

कर लेता हूँ बर्दाश्त हर दर्द इसी आस के साथ,
कि ख़ुदा नूर भी बरसाता है आजमाइशों के बाद।
Jumma Mubarak.

सर झुकाने की खूबसूरती भी,
क्या कमाल की होती हैं,
धरती पर सर रखों और,
दुआ आसमान में कुबूल हो जाती हैं,
जुम्मा मुबारक।

जो दुआ नहीं पढ़ते है उनकी भी तकदीर संवार दिया करों,
क्या पता तुम्हारे होठ हिले और मेरी तकदीर संवर जाए,
जो खुदा की सजदे में सिर झुकाया करें,
इतनी ताकत मेरे नबी के इशारों में हैं।
JUMA MUBARAK.

वो चमक चांद में है ना सितारों में है,
जो मदीने के दिलकश नज़ारों में है,
बेजुबान पत्थरो को भी बख्श दी जुबान,
इतनी ताकत मेरे नबी के इशारों में है।
Jumma Mubarak.

आपके चेहरे पे हंसी सदा रहे,
मेरा हर लफ्ज आपके लिए दुआ रहे,
जिंदगी में पाओ खुशी हर कदम पर,
दूर आपसे दुनिया का हर गम सदा रहे।
Jumma Mubarak.

नहीं मायूस मैं अपने खुदा से,
बदल जाती है किस्मत दुआ से।
Jumma Mubarak.

Jumma Mubarak Hindi

कितनी जल्दी ये अरमान गुजर जाता है,
प्यास लगती नहीं इफ्तार गुजर जाता है,
हम सब गुनहगारों की मगफिरत करे अल्लाह,
इबादत होती नहीं और रमजान गुजर जाता है।
JUMA MUBARAK.

क्या यह जुर्म या,
तकलीफ की बात नही,
की ईद आ गई और,
उसकी कोई खबर नही।
Jumma Mubarak.

सुकून” और “प्यार” ये चार चीज़ें ज़िन्दगी मैं ख़ूबसूरत बनती हैं,
अल्लाह पाक आप की ज़िन्दगी मैं किसी एक की भी कमी न करे,
अमीन,
जुम्मा मुबारक।
Jumma Mubarak.

ऐ ख़ुदा मौका देना सफर-ए-मक्का का,
सुना है जन्नत जैसा नजारा है वहाँ का।
Jumma Mubarak.

अजीब था उनका अलविदा कहना,
सुना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं,
बर्बाद हुवे उनकी मोहब्बत में,
की लुटा कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीँ।
Jumma Mubarak.

Jumma Mubarak Status Hindi

जीवन में कुछ अच्छे कर्म भी कर लिया करो,
गरीबों के लिए भी इक दुआ पढ़ लिया करो।
JUMA MUBARAK.

समंदर को उसका किनारा मुबारक,
चांद को सितारा मुबारक,
फूलों को उसकी खुश्‍बू मुबारक,
दिल को उसका दिलदार मुबारक,
आपको और आपके परिवार को,
जुम्मा मुबारक।

ए खुदा मेरे यार की मांगी,
हुई हर दुआ कबूल कर दे,
अपनी रहमतो से उसकी,
खुशियो की झोली भर दे।
Jumma Mubarak.

ख़ुदा के सजदें में जब मैं सिर को झुकाता हूँ,
मैं अपने सारे दुःख-दर्दों का हल पाता हूँ।
Jumma Mubarak.

तुम ख्वाबों में इन पर्दों में आया ना करो,
हर सुबह जब मुस्कुराकर अलविदा कहना ही है,
तो यूँ प्यार से हर रात गले लगाया ना करो।
JUMA MUBARAK.

Jumma Mubarak Hindi Shayari

दुआ लफ़्ज़ों से नहीं,
दिल से होनी चाहिए,
क्यूंकि खुदा उनकी भी सुनता है,
जो बोल नहीं सकते,
जुम्मा मुबारक।

होती ना गर मक़सुद मुहम्मद की वीलादत,
आदम को फ़िर ज़मीन पर उतारा नहीं जाता,
जुम्मा मुबारक।

मेरी खाली झोली में दुआ के अल्फाज़ डाल दो,
क्या पता तुम्हारे होठ हिले और मेरी तकदीर संवर जाए।
Jumma Mubarak.

इबादत वो है जिसमे ज़रूरतों का ज़िक्र न हो,
सिर्फ उसकी रेहमतों का शुक्र हो,
जुम्मा मुबारक।

मनवा लेना हर बात आज अपने खुदा से,
क्योकि आज बड़ा ही प्यारा दिन है,
जुम्मा भी है और रमजान भी।
JUMA MUBARAK.

Jumma Mubarak Status In Hindi

वो चमक चाँद में है न सितारों में हैं,
जो मदीने के दिलकश नजारों में हैं,
बेजुबान पत्थरों को भी बख्श दी जुबान,
इतनी ताकत मेरे नबी के इशारों में हैं।

जुम्मा तुल विदा मुबारक सभी दोस्तों को,
अल्लाह हम आप सभी की रमज़ान,
की इबादतें कुबूल फरमाए आमीन।
Jumma Mubarak.

पलकों पे अपनी बिताया है तुम्हे,
बड़ी दुआओ के बाद पाया है तुम्हे,
आसानी से नहीं मिले हो तुम हमें,
जिंदगी के चिड़ियाघर से चुराया है तुम्हें।
JUMA MUBARAK.

इन्सान का मुक़द्दर,
उतनी बार बदलता है,
जितनी बार वो अपने,
रब से “दुआ” करता है,
जुम्मा मुबारक।

या रब्बा उनको सदा,
लाजवाब रखना,
मैं उनसे दूर हूं,
उनका ख्याल रखना।
JUMA MUBARAK.

जिसका दिल खुदा के खौफ से खाली हो,
उसका घर कभी रहमत से नहीं भर सकता,
जो नसीब में है वो चल कर भी आएगा,
जो नसीब में नहीं है वो आकर भी चला जाएगा।
JUMA MUBARAK.

Jumma Mubarak Shayari In Hindi

नन्हे बच्चों ने भी देख तेरी बारगाह मे दुआ मे हाथ उठाया है,
अल्लाह राज़ी हो जा रमज़ान अलविदा के मुक़ाम पे आया है।
JUMA MUBARAK.

दुनिया की सबसे बेहतरीन, खूबसूरत और हसीन,
निअमतों में से एक निअमत नमाज है,
जो सुकून उसमे हैं,
वैसा सुकून कहीं नहीं।
JUMA MUBARAK.

वो चमक चाँद में है न सितारों में है,
जो मदीने के दिलकश नज़ारों में है,
बेज़ुबान पत्थरों को भी बख़्श दी ज़ुबान,
इतनी ताकत मेरे नबी के इशारों में है।
JUMA MUBARAK.

अपने रब से न,
कभी आप शिकायत करे,
आज जुम्मा है दिल से,
नफरत और फरेब को दूर करे।
JUMA MUBARAK.

या परवर दिगार आज नमाज में जितने भी उठे हाथ,
दुआ के लिये सब की दुवाओ पे कुबूल फरमा।
JUMA MUBARAK.

ए अल्लाह एक मौका हमको भी दे सफर-ए-मक्का का,
सुना हैं तेरे घर और जन्नत में कोई फर्क नहीं,
जुम्मा मुबारक,
जो किस्मत में नही हो,
वो रोने से नहीं मिलता,
मगर अल्लाह से दुआ में मिल जाता है।
Jumma Mubarak Ho.

अल्लाह सब के सात हैं, तस्वीर ए कैनात का अक्स हैं,
अल्लाह, दिल को जो जगा दे वो एहसास हैं अल्लाह,
ए बाँदा ए मोमिन तेरा दिल क्यों उदास हैं,
दिल से ज़रा पुकार तेरे पास हैं अल्लाह,
जुम्मा मुबारक।

Alvida Jumma Shayari In Hindi

नमाज़ की तो वो शान है जो रोक देती हैं,
तवाफ़-ए-काबा को ए इंसान,
तेरे कामों की क्या औक़ात है,
जिस के लिए तू नमाज़ को छोड़ देता हैं,
जुम्मा मुबारक।

आज होकर बावरा मेरा,
मन कुछ करने चला है,
डूब कर किसी के प्रेम,
मे तन फिर नाचने चला है।
JUMA MUBARAK.

हमारी तो दुआ है ये कोई गिला नहीं,
वो फूल जो आज तक यहाँ खिला नहीं,
खुदा करे आपको वो सब कुछ मिले,
जो आज तक किसी को कभी मिला नहीं।
JUMA MUBARAK.

सारी जिंदगी लगा दी तूने माल जमा करने में ऐ इंसान,
मगर शायद तू ये भूल गया कि ना कफन में जेब होती है,
ना कब्र में आलमारी।
Jumma Mubarak.

अजीब था उनका अलविदा कहना सुना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं,
बर्बाद हुवे उनकी मोहब्बत में की लुटा कुछ नहीं और बचा भी कुछ नही।
Jumma Mubarak.

कितनी चाहत है तुम्हे,
हमसे यह बता देना,
और जुम्मा है मेरी जान,
मेरे लिए दुआ मांग लेना।
Jumma Mubarak.

अंधेरों को नूर देता हैं,
उसका जिक्र सुरूर देता हैं,
उसके दर पर जो भी मांगता हैं,
खुदा उसे जरूर देता हैं।
Jumma Mubarak.

अल्लाह सब के साथ हैं,
तस्वीर ए कैनात का अक्स हैं अल्लाह,
दिल को जो जगा दे वो एहसास हैं अल्लाह,
ए बाँदा ए मोमिन तेरा दिल क्यों उदास हैं,
दिल से ज़रा पुकार तेरे पास हैं अल्लाह।
Jumma Mubarak.

चुपके से चांद की चांदनी छू जाए आपको,
धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको,
दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से,
हम दुआ करते हैं मिल जाए वो आपको,
जुम्मा मुबारक।

सलाम मिया हर किसी के लिए दुआ किया करो,
क्या पता किसी की किस्मततेरी दुआ के इंतजार में है,
जुम्मा मुबारक।

मौत तो आनी ही है,
ए खुदा,
क्यू न सजदे में आ जाये,
जुम्मा मुबारक।

सुकून” और “प्यार” ये चीज़ें ज़िन्दगी मैं ख़ूबसूरत बनती हैं,
अल्लाह पाक आप की ज़िन्दगी मैं किसी एक की भी कमी न करे।
Jumma Mubarak.

आज है रमजान,
का आखिरी जुम्मा,
अल्लाह हम सब की,
दुआएं कुबूल करना।
Jumma Mubarak.

ज़मज़म” जैसा कोई पानी नहीं,
नमाज़” जैसी कोई इबादत नहीं,
हज” जैसी कोई ज़ियारत नहीं,
इस्लाम” जैसा कोई मज़हब नहीं,
क़ुरान” जैसी कोई किताब नहीं,
मदीने” जैसा कोई शेहेर नहीं,
कालमे” जैसी कोई दौलत नहीं,
दुरुद पाक”जैसा कोई खज़ाना नहीं,
और “जुम्मा” जैसा कोई दिन नहीं,
जुम्मा मुबारक।

ए खुदा इस रमजान लोगो,
के दिलो में अमन जगा दे,
लोगो के दिलो से अहंकार,
और क्रोध को मिटा दे।
Jumma Mubarak.

तुम अल्लाह को याद रखों,
अल्लाह तुम्हे याद रखेगा,
हर किसी के लिए दुआ किया करों,
कया पता किसी के नशीब में,
आपकी दुआ का इंतज़ार कर रही हो,
जुम्मा मुबारक।

तू अगर मुझे नवाजता है तो ये तेरा करम है या रब,
वरना तेरी रहमतो के काबिल मेरी बंदगी नहीं।
Jumma Mubarak.

इस जुम्मे में आपकी,
दुआएं हो जाएगी कबूल,
एक बार खुदा के सजदे,
में दिल तो लगाओ।
Jumma Mubarak.

अस्सलाम वालेकुम,
हर किसी के लिए दुआ किया करो,
किया पता किसी की किस्मत,
तुम्हारी दुआ का इंतजार कर रही हो,
जुम्मा मुबारक।

तस्वीर-ए-कायनात का अक्स है अल्लाह,
दिल को जो जगा दे वो एहसास है अल्लाह,
ऐ बंदे-मोमिन तेरा दिल क्यों उदास है,
हर पल हर लम्हा तेरे पास है अल्लाह।
JUMA MUBARAK.

तू कुबूल कर मुझे बस,
इतनी सी वफा चाहता हूं,
इस जुम्मे को तुझसे मैं,
निकाह करना चाहता हूं।
JUMA MUBARAK.

ख़ुदा के सजदें में जब मैं सिर को झुकाता हूँ,
मैं अपने सारे दुःख-दर्दों का हल पाता हूँ
JUMA MUBARAK.

मोहब्बत करने वाले ही,
इस जहान में आबाद रहते है,
जमाने को गम की,
कैद से आजाद करते है।
JUMA MUBARAK.

उम्मीद करते है की, आपको यह हमारा जुम्मा मुबारक शायरी आपको जरूर पसंद आया होगा। आप हमारा यह लेख अपने मित्रो के साथ साझा कर सकते है।