प्यार से मांग लो तो जान भी हाजिर,
वरना तलवार से इतिहास लिखना हमारी परंपरा है।
इतनी अकड़ मत दिखा वर्ना छोड़ देंगे तुझे,
भीगे कागज की तरह ना लिखने के काबिल,
और ना जलाने के।
Dil मे खोट नहीं सीधा सा हिसाब है,
छोरा मैं बढ़िया हैं लेकिन, मेरी छवि खराब है।
दर्द तो नसीब से मिलता है मेरी जान,
औकात तो तुझमें भी नही मुझे तड़पाने की।
बाप के सामने अय्याशी,
और हमारे सामने बदमाशी,
बेटा भूल कर भी मत करना।
खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचाते हैं,
पर दहशत हमेशा शेर की रहती है।
अकड़ की बात मत करो,
जिस दिन सामना होगा,
उस दिन हस्ती मिटा देंगे।
घटिया लोगो की सबसे बड़ी पहचान यह है की,
उन्हें आप जितनी ज्यादा इज्ज़त दोगे,
वो आपको उतनी ही ज्यादा तकलीफ देंगे।
अच्छा हूँ तो अच्छा ही रहने दो,
बुरा बन गया तो झेलने की औकात नहीं तुम्हारी।
औकात की बात मत कर पगली,
हम तो इंटरनेट भी मेन बेलेंस पर चलाते है।
औकात की बात तू न कर पगली,
तू तो अपने Timepass की काबिल भी नहीं है।
यू अकड मे रहना बंद कर दें छोरी, वो तो प्यार करते है,
तुझसे वरना तेरे जैसी 56 घुमती हैं आगे पीछे।
चीर दूंगा मेरे जख्मी पैरों से इन लंबे रास्तों को,
वक्त मेरा बताएगा औकात इन हसीन चेहरे वालों को।
झूक कर बात करने की आदत बना ले,
काफी फायदे में रहोगे क्युकि? आज भी,
आँखे मिला कर बात करने की तेरी औकात नही है।
गुलाब हमारा आंचल महकाता है,
अंगार इन निगाहों को दहकाता है,
हमारे हुस्न की बात कुछ ऐसी है,
चांद हमारे आगे सिर झुकाता है।
सुन पगली,
आज चर्चा 500 में है कल चर्चा हजारो में होगी,
आज नाम लोगो के दिल-ओ-दिमाग में है,
कल फ़ोटो अखबारो में होगी।
तुम जलते रहोगे आग की तरह,
और हम खिलते रहेंगे गुलाब की तरह।